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बढते सोयाबीन के दामों से फार्मर और फीड कंपनीया परेशान : आसमान छू रहे हैं DOC के भाव


इंदोर:
ऊंचाई पर जा रहे सोयाबीन के दामों से पशुपालन और पशु आहार बनाने वाले उद्योग साथ ही साााथथ फार्मर्स परेशान हैं। आल इंडिया पोल्ट्री ब्रीडर्स एसोसिएशन ने सोया डीओसी के आयात की अवधि बढ़ाने के साथ ही सोयाबीन के वायदा कारोबार पर प्रतिबंध की मांग रख दी है। एसोसिएशन ने केंद्रीय डेयरी, पशु और मत्स्यपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला को पत्र लिखकर यह मांग की है।

सोयाबीन के दाम देश की मंडियों में 6000 के ऊपर पहुंच गए हैं। सरकार ने बीते सीजन के आखिर में देश की पोल्ट्री इंडीस्ट्री को 12 लाख टन सोया डीओसी आयात की अनुमति दी थी। इस अनुमति के तहत 6.5 लाख टन आयात हो चुकी है। पोल्ट्री ब्रीडर्स एसोसिएशन ने मांग रखी है कि मार्च 2022 तक शेष डीओसी आयात की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए। एसोसिएशन के अध्यक्ष बहादुर अली ने इस बारे में ज्ञापन केंद्रीय मंत्री को भेजा है।


 इसमें लिखा है कि देश में सट्टेबाजी का सोयाबीन की अनियंत्रित और अव्यावहारिक कीमतों में बड़ा योगदान है। इस समय सोयाबीन की कीमतें 4000 से 5000 रुपये क्विंटल होनी थी जो 6000 से 6200 रुपये है। एसोसिएशन के अनुसार विदेशी डीओसी देश के बंदरगाहों पर टैक्स के साथ 41000 रुपये प्रति टन की कीमत पर आ रही है जो भारतीय डीओसी से सस्ती है।

 इससे पशुपालन उद्योगों को संकट से राहत मिलेगी साथ ही आयात से सरकार को भी करीब 350 करोड़ रुपये की आय हो सकेगी। दूसरी ओर देश में सोयाबीन महंगा होने से डीओसी निर्यात घट गया है। अक्टूबर में निर्यात 78 प्रतिशत घटकर 30 हजार टन रह गया। बीते अक्टूबर में निर्यात 1.35 लाख टन था।

मंगलवार को पूरे देश की मंडियों में सोयाबीन की आवक करीब 7.5 लाख बोरी की दर्ज की गई जिसमें मध्यप्रदेश में तीन लाख 80 हजार बोरी से ज्यादा की आवक बताई गई है। इससे सोयाबीन की कीमतों में कुछ गिरावट देखने को मिली है। मंडियों में सोयाबीन के दाम 5500-6000 और प्लांट खरीदी भाव 5900-6100 रुपये प्रति क्विंटल तक बोले गए। सोया तेल में लग्नसरा वालों की अच्छी खरीदी रहने से भाव मजबूती पर टिके हुए हैं।

 मंगलवार को सोयाबीन तेल 1230-1235 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर रहा। वहीं मलेशियन पाम तेल वायदा नवंबर महीने के पहले 15 दिनों में निर्यात के आंकड़ों में बढ़ोतरी के कारण लगातार मजबूत हो रहा है।

शिकागो सोयाबीन वायदा अच्छी घरेलू मांग और निर्यात के चलते लगातार पांचवें दिन बढ़त के साथ बंद हुआ। अमेरिका के सोयाबीन प्रोसेसर्स ने अक्टूबर महीने में पिछले नौ महीनों में सबसे ज्यादा सोयाबीन क्रश किया है। अक्टूबर महीने में भारत के पाम तेल आयात सितंबर के मुकाबले 45 फीसद कम रहा। पिछले साल अक्टूबर के मुकाबले आयात 17 फीसद गिरा। अक्टूबर महीने में भारत के सोया तेल आयात सितंबर के मुकबले 7.45 फीसद कम रहा।
सोर्स:यह खबर नई दूनिया ऑनलाईन से ली गयी है.










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