मूसलाधार बारिश ने जन-जीवन तहस महस कर दिया है। इससे मुर्गियां भी प्रभावित हुई हैं। सचिन मेश्राम कई वर्षों से नागपुर जिले के देवलापार तहसील के झिंझरिया में मुर्गी पालन के व्यवसाय में हैं। उनके पोल्ट्री फार्म में कुल 8 हजार कॉकरेल मुर्गे थे। इनमें से अब तक 3 हजार 500 मुर्गियां मर चुकी हैं, किसान सदमे में है।और काफी परेशान हो गया है।
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फार्मर सचिन मेश्राम ने बताया कि इनमें से 3500 से ज्यादा मुर्गियों की मौत हो गई। पोल्ट्री फीड की 30 बोरी भी गीली होकर खराब हो गई। इनमें से कई मुर्गियां अपनी जान बचाने के लिए फीडर पर बैठी थीं। फार्मर का कहना है कि मरे हुए मुर्गे और खराब हो चुके चारे से कुल 5 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. इसलिए पोल्ट्री किसान को सरकार से मुआवजे की उम्मीद है।
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एकतरफ मुर्गियोंको न मिलनेवाले भावोसे फार्मर पहलेही परेशान है। ऊपर से भारी बारिश से हुए नुकसान ने किसानों को और परेशानी में डाल दिया है। बारिश के पानी की घुसपैठ से होने वाली क्षति कभी भी वापस न मिलनेवाली है।ऐसे में प्राकृतिक आपदा से हुई मौत से किसान और भी मायूस हो गया है.
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