Ticker

6/recent/ticker-posts

नागपुर में पोल्ट्री फार्म में घुसा पानी; 3500 मुर्गियो की मौत

नागपुर:
मूसलाधार बारिश ने जन-जीवन तहस महस कर दिया है। इससे मुर्गियां भी प्रभावित हुई हैं। सचिन मेश्राम कई वर्षों से नागपुर जिले के देवलापार तहसील के झिंझरिया में मुर्गी पालन के व्यवसाय में हैं। उनके पोल्ट्री फार्म में कुल 8 हजार कॉकरेल मुर्गे थे इनमें से अब तक 3 हजार 500 मुर्गियां मर चुकी हैं, किसान सदमे में हैऔर काफी परेशान हो गया है
advertisement
भारी बारिश से 3500 मुर्गियों की मौत हो गई। बुधवार की सुबह तेज बारिश शुरू हो गई।और बारिश के पानी को बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिला, इसलिए पानी काफी देर तक उसी जगह पर ठहरा रहा। उसके बाद यह पानी पोल्ट्री फार्म के निचले हिस्से से फार्म में घुसा और दूसरी तरफ से निकल गया। इस पोल्ट्री शेड में कुल 8000 मुर्गियो का संगोपन शुरू था

advertisement

फार्मर सचिन मेश्राम ने बताया कि इनमें से 3500 से ज्यादा मुर्गियों की मौत हो गई। पोल्ट्री फीड की 30 बोरी भी गीली होकर खराब हो गई। इनमें से कई मुर्गियां अपनी जान बचाने के लिए फीडर पर बैठी थीं। फार्मर का कहना है कि मरे हुए मुर्गे और खराब हो चुके चारे से कुल 5 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. इसलिए पोल्ट्री किसान को सरकार से मुआवजे की उम्मीद है।

advertisement
एक हफ्ते पहले, वर्धा जिले के आर्वी तहसील के खुबगांव में आसोलकर भाईयो का कई वर्षों से मुर्गी पालन का व्यवसाय है। इस पोल्ट्री फार्म में कुल 5 हजार 300 मुर्गियां थीं। भारी बारिश के कारण फार्म में पानी घुसने से 4 हजार 500 मुर्गियों की मौत से किसान सदमे में है। 4500 मुर्गियों की मौत से इस किसान को दस से बारह लाख का नुकसान हुआ है। इसलिए किसानों ने सरकार से मुआवजा देने की मांग की है.पशुपालन विभाग के माध्यम से पंचनामा मिलने के बाद इन मुर्गियों को जेसीबी की मदद से जमीन में गाड़ दिया गया.
advertisement
एकतरफ मुर्गियोंको न मिलनेवाले भावोसे फार्मर पहलेही परेशान है। ऊपर से भारी बारिश से हुए नुकसान ने किसानों को और परेशानी में डाल दिया है। बारिश के पानी की घुसपैठ से होने वाली क्षति कभी भी वापस न मिलनेवाली है।ऐसे में प्राकृतिक आपदा से हुई मौत से किसान और भी मायूस हो गया है.
advertisement
advertisement
advertisement

Share This

Post a Comment

0 Comments