छत्तीसगढ़ सरकार का आईसीडीएस व मध्यान्ह भोजन योजनाओं
में अंडे देने की नीति पर नहीं है कोई विचार
अंबिकापुर:
छत्तीसगड के के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के आवास के सामने बिते रविवार की सुबह महिलाएं बच्चों के साथ अंडा दो अभियान’ के तहत आंगनवाड़ी और स्कूल के भोजन में अंडे शामिल करने की मांग कर रहे थे। अभियान का संचालन स्थानीय छत्तीसगड किसान मजदूर संगठन और राष्ट्रीय नेटवर्क भोजन का अधिकार अभियान द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ किसान मजदूर संगठन के सदस्य, स्थानीय संगठन संगवारी के डॉक्टर भी उपस्थित थे।ओडिशा एवं बिहार के कार्यकर्ता भी बच्चों के समर्थन में शामिल हुए। छत्तीसगड सरकार का आईसीडीएस व मध्यान्ह भोजन योजनाओं में अंडे देने की नीति पर कोई विचार नहीं है।
इस मोर्चे मे आंगनवाड़ी केंद्रों, प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक स्कूलों में दिए जाने वाले भोजन में अंडे को नियोजित तरीके से देने और इसका खर्च राजकीय बजट में शामिल करने की अपील कि गई | सरगुजा के उदयपुर, लखनपुर, बतौली और लुण्ड्रा विकास खंड में 26/12/22 से 31/12/22 तक 173 आंगनवाडियों का और 2/1/23 से 4/1/23 तक छत्तीसगढ़ किसान मज़दूर संगठन एवं रोज़ी रोटी अभियान द्वारा लगभग 400 स्कूलों का सर्वेक्षण किया गया ।
सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य बच्चों के लिए भोजन की उपलब्धता
और पोषण मूल्य के बारे में जानकारी एकत्र करना था, जिसमें अंडे को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। सर्वेक्षकों ने यह भी जानकारी एकत्र किया कि क्या चावल, दाल और आलू के अलावा भोजन में नियमित हरी पत्तेदार सब्जियों और अन्य दालों को दिया जाता है? और क्या बच्चों, गर्भवती और शिशुवती महिलाओं को टैक-होम राशन (THR) का अपना निर्धारित भाग मिल रहा
है? सर्वेक्षण के द्वारा यह भी पता लगाने का प्रयास किया गया कि क्या मध्यान भोजन में अंडा होने से विद्यालय मैं बच्चों की उपस्थिति प्रभावित होती है या नहीं।
सरगुजा जिले के चार विकासखंड लुंड्रा, बतौली, उदयपुर और लखनपुर के लोग रविवार को जन सभा में शामिल हुए। इसके अलावा, छत्तीसगड किसान मजदूर संगठन के सदस्य, स्थानीय संगठन संगवारी के डॉक्टर भी उपस्थित थे, और ओडिशा एवं बिहार के कार्यकर्ता भी बच्चों के समर्थन में शामिल हुए। लोगों से मिलने के बाद सिंहदेव ने अंडे की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की, लेकिन कहा, छत्तीसगड सरकार आंगनबाडिय़ों और प्राथमिक स्कूलों में बच्चों के लिए अंडे शुरू करने पर कोई नीति लाने पर विचार नहीं कर रही है। उन्होंने कहा,
“इसके बजाय, ग्रामीण स्तर पर स्व-सहायता समूह के माध्यम से अंडे प्रदान करने के लिए एक स्थानीय पहल की जानी चाहिए मंत्री ने स्वीकार किया कि स्कूल के भोजन में अंडे को शामिल करने के खिलाफ धार्मिक समूहों का विरोध है, हालांकि, जवाब में, संगठन के सदस्यों ने अंडे के पोषण संबंधी महत्व पर जोर दिया। पोषण एक अधिकार है और इसे किसी भी कारण से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। छत्तीसगड किसान मजदूर संगठन के संयोजक गंगाराम पैकरा ने कहा, बच्चों और माता-पिता को यह चुनने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए कि वे अंडे का सेवन करना चाहते हैं या नहीं। संगठन ने निम्नलिखित मांगों के साथ राज्य सरकार को एक ज्ञापन भी सौंपा।
सर्वेक्षण मेसामने आया फॅक्ट- 13% आंगनवाड़ी सर्वेक्षण के दौरान सभी दिन बंद रहै ।- सर्वे के दौरान एक भी आंगनवाड़ी मेँ अंडा नहीं दिया गया |- सिर्फ 24% आंगनवाड़ी मैं आलू-सोयाबीन बड़ी के अलावा दूसरी सब्जियां दिया गया |- 22% स्कूलों में पिछले एक महीने के ऊपर से अंडा नहीं मिला है ।- 67% स्कूलों मेँ शिक्षकों का कहना था कि मध्यान्ह भोजन में अंडा मिलने से उपस्थिति बढ़ी ।
सर्वेक्षण नतीजों के आधार पर हमारी मांग है कि आंगनवाड़ी में 3-6 साल के बच्चों को सप्ताह में 5 दिन, 6 महीने से 3 साल तक कै बच्चों, शिशुवती और गर्भवती माताओं को टैक-होम-राशन (1117) के रूप में सप्ताह में 3 दिन और मध्यान भोजन में सप्ताह में 2 अंडे दिया जाये, ताकि बच्चे पोषण-युक्त 'सुपर फूड' से वंचित न हों.
मध्याह्न भोजन योजना:
मध्याह्न भोजन योजना के बारे में: यह दुनिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा स्कूल फीडिंग प्रोग्राम है, जिसमें कक्षा 1 से 8 तक के सरकारी स्कूलों में नामांकित छात्रों को शामिल किया गया है।इस योजना का मूल उद्देश्य स्कूलों में नामांकन को बढ़ाना है।
अंडे को लेकर क्या है मामला?
भारत में जातिगत कठोरता, धार्मिक रूढ़िवाद एवं क्षेत्रीय मतभेदों के कारण आहार विकल्प एक गहन रूप से विवादित विषय है।
नतीजतन राज्य सरकारों के वैज्ञानिक अध्ययनों सहित जिसमें बच्चों को अंडे देने के लाभ दिखाए गए हैं, कई राज्य स्कूल लंच मेनू में अंडे शामिल करने के अनिच्छुक रहे हैं।
कर्नाटक की सरकार ने पूरे राज्य में छात्रों को मिड डे मील के तहत अंडा देने को अपनी मंजूरी दी है. राज्य सरकार ने २०२२ इस शैक्षणिक वर्ष में कक्षा 1-8 के छात्रों को मध्याह्न भोजन योजना के तहत 45 दिनों के लिए अंडे, केले और चिक्की को देने का आदेश जारी किया है. ये कार्यक्रम पहले केवल 7 पिछड़े जिलों में शुरू किया गया था. लेकिन अब सरकार ने इसे सभी जिलों में बढ़ाने का फैसला किया है.
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इन पोषक तत्वों की जरूरत को आहार के माध्यम से पूरा किया जाता है। ऐसे में अंडे का सेवन कर शरीर को पोषित करने में मदद मिल सकती है। अंडा कई पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जो शरीर को शारीरिक और मानसिक लाभ पहुंचाने का काम कर सकते हैं।
वजन कम करने के लिए
वजन को कम करने और नियंत्रित रखने के लिए अंडे का सेवन मददगार हो सकता है। इस संबंध में किए गए एक वैज्ञानिक शोध से यह पता चलता है कि अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है। प्रोटीन, शरीर में लंबे समय तक ऊर्जा को बनाए रखने और पेट को भरे रखने का काम कर सकता है। इससे बार-बार खाने की आदत पर रोक लग सकता है और शरीर में जाने वाली कैलोरी की मात्रा नियंत्रित हो सकती है।
हड्डियों के लिए
जब अंडे खाने के लाभ की बात की जाए, तो हड्डियों का जिक्र होना जरूरी है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, कुछ बच्चों को एक निर्धारित समय तक प्रतिदिन अंडे का सेवन कराया गया। शोध में पाया गया है कि अंडे का सेवन हड्डियों को मजबूती प्रदान कर सकता है और हड्डियों के जुड़ी बीमारियों के जोखिम को भी कम कर सकता है। इन लाभ के पीछे अंडे में मौजूद कैल्शियम, विटामिन डी और प्रोटीन की भूमिका अहम हो सकती है ।
आंखों के लिए
उबला अंडा खाने के फायदे आंखों के लिए भी हो सकता है। दरअसल, अंडे में जेक्सैंथिन और ल्यूटिन नामक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो मैक्यूलर डिजनरेशन (आंखों की पुतली से जुड़ी समस्या) की समस्या को रोकने में मदद कर सकते हैं। मैक्यूलर डिजनरेशन के कारण ऐज रिलेटेड ब्लाइंडनेस की समस्या उत्पन्न हो सकती है, जो बढ़ती उम्र के साथ आंखों की रोशनी को कम कर सकता है। ऐसे में मैक्यूलर डिजनरेशन की समस्या के दूर रहने पर आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है। इसके अलावा, अंडे में मौजूद विटामिन आंखों की रोशनी को बढ़ावा दे सकता है
मस्तिष्क के लिए
अंडा मस्तिष्क के लिए बेहतरीन आहार माना जा सकता है। जैसा कि हमने ऊपर लेख में बताया है कि अंडे में ओमेगा-3 फैटी एसिड व विटामिन-बी12 होते हैं, जो मस्तिष्क की कार्य क्षमता को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इसके अलावा, अंडे की जर्दी में कोलीन होता है, जो एक तरह का एसेंशियल न्यूट्रिएंट होता है। यह नर्वस सिस्टम यानी तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी होता है । इसलिए, दिमाग को तेज करने के लिए अंडे का सेवन करने सलाह दी जाती है। वहीं, एक अन्य शोध की मानें, तो इसमें जरूरी मिनरल और विटामिन होते हैं, जो तंत्रिका तंत्र, मस्तिष्क और याददाश्त के लिए कोशिकाओं को ठीक तरह से काम करने में मदद कर सकते हैं । ऐसे में कहा जा सकता है कि एग खाने के फायदे मस्तिष्क स्वास्थ्य पर हो सकते हैं।
ऊर्जा बढ़ाने के लिए
सुबह अंडे खाने के फायदे पूरे दिन शरीर में ऊर्जा को बनाए रखने के लिए हो सकता है। अंडे में शरीर के लिए प्रतिदिन के जरूरी एसेंशियल विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर की सभी कोशिकाओं में ऊर्जा का उत्पादन करने का काम कर सकते हैं। इससे अधिक समय तक शरीर में ऊर्जा को बनाए रखने में मदद मिल सकता है । ऐसे में कहा जा सकता है कि सुबह अंडे खाने के फायदे शरीर में दिनभर ऊर्जा बनाए रखने के लिए हो सकता है।
मांसपेशियों के निर्माण के लिए
अंडे से होने वाले कई फायदों में से एक मांसपेशियों को लाभ पहुंचाना भी शामिल है। अंडे के सफेद भाग में प्रोटीन और अमीनो एसिड्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है। ये पोषक तत्व शरीर में मांसपेशियों के निर्माण करने में सहायक होते हैं। साथ ही इसके सेवन से मांसपेशियां मजबूत बनी रह सकती हैं
कैंसर से बचने के लिए
अंडे खाने के लाभ कैंसर से बचाव में सहायक हो सकते हैं। इस संबंध में किए गए वैज्ञानिक रिसर्च से पता चलता है कि एग वाइट और योल्क प्रोटीन में एंटी-कैंसर गतिविधि होती है, जो कैंसर सेल्स को पनपने से रोकने में कुछ हद तक मदद कर सकती हैं। इससे कैंसर होने का जोखिम कम हो सकता
ब्लड प्रेशर के लिए
जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की शिकायत है, उनके लिए अंडे का सेवन लाभकारी हो सकता है। दरअसल, अंडे का सेवन करने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक शोध में जिक्र मिलता है कि अंडे का सफेद भाग (Egg White) एंटी-हाइपरटेंसिव (रक्तचाप को कम करने वाला) प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। अंडे का सफेद भाग रक्त वाहिकाओं के आकारा को (Vasodilation) कर सकता है। इससे उनकी गतिविधि बेहतर हो सकती है
प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए
शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए भी एग खाने के फायदे हो सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, अंडे में विटामिन ए, विटामिन बी 12 और सेलेनियम पाए जाते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते
प्रोटीन का अच्छा स्रोत
अंडा में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाई जाती है। प्रोटीन शरीर के प्रत्येक कोशिकाओं में होता है। प्रोटीन शरीर के कोशिकाओं को रिपेयर और नए कोशिका के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, प्रोटीन बच्चों, टीनेज और गर्भवती के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। शरीर में प्रोटीन की पूर्ति के लिए अंडे का सेवन किया जा सकता है।
त्वचा के लिए
अंडे का उपयोग त्वचा के लिए भी लाभकारी साबित हो सकता है। दरअसल, अंडे के वाटर सोल्यूबल एग मेम्ब्रेन (एग व्हाइट और एगशेल के मध्य टिश्यू की सुरक्षात्मक परत) त्वचा की झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही अंडे
बालों और नाखून के लिए
एग के फायदे बालों के लिए भी हो सकते हैं। अंडे की जर्दी में मौजूद वाटर सोल्यूबल पेपटाइट बालों के विकास में अहम भूमिका निभा सकता है।(10)। साथ ही अंडे को बालों में लगाने के लिए भी उपयोग कर सकते हैं। इससे बालों से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। इसके अलावा, अंडे का उपयोग नाखून के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं। दरअसल, बायोटिन (विटामिन-एच) की कमी के कारण नाखून के टूटने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
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