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चिकन,अंडे और GBS का सच: क्या डरने की जरूरत है?: प्रोफेसर डॉ. मुकुंद कदम ने किया स्पष्ट

GBS और मुर्गी के बीच संबंध

 GBS (Guillain-Barré Syndrome) क्या है?

Guillain-Barré Syndrome (GBS) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर न्यूरोलॉजिकल विकार है, जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली गलती से अपनी ही स्वस्थ तंत्रिका कोशिकाओं (Nerve Cells) पर हमला करती है। यह हमला शरीर के तंत्रिका तंत्र (Nervous System) को प्रभावित करता है, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी, सुन्नपन, झुनझुनी और गंभीर मामलों में पैरालिसिस (लकवा) भी हो सकता है।

GBS और Campylobacter जीवाणु का संबंध

GBS के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक Campylobacter jejuni नामक जीवाणु है। यह एक सामान्य बैक्टीरिया है जो भोजन और जल जनित संक्रमण (Food and Waterborne Infection) के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकता है।

लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि 
हर Campylobacter संक्रमण GBS का कारण नहीं बनता।
✔ GBS होने की संभावना व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) पर निर्भर करती है।
✔ जैसे कोरोना वायरस में कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग ज्यादा प्रभावित हुए थे, वैसे ही GBS का खतरा भी मुख्य रूप से उन्हीं लोगों को होता है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है।


 Campylobacter और मुर्गी का संबंध

Campylobacter बैक्टीरिया गंदे पानी, दूषित भोजन, कच्चे या अधपके मांस और दूध में पाया जा सकता है।
✔ यह केवल चिकन या अंडों में ही नहीं, बल्कि मटन, दूध और अन्य खाद्य पदार्थों में भी मौजूद हो सकता है।
✔ भारतीय परंपरा के अनुसार, किसी भी खाद्य पदार्थ को अच्छे से धोकर और अच्छी तरह पकाकर खाना चाहिए।

👉 यदि चिकन, मटन, दूध या कोई भी खाद्य पदार्थ सही तापमान (70°C से अधिक) पर पकाया जाए, तो Campylobacter पूरी तरह नष्ट हो जाता है।
👉 अधपका चिकन ही नहीं, बल्कि अधपका मटन, उबला न हुआ दूध या अन्य दूषित खाद्य पदार्थ भी संक्रमण फैला सकते हैं।

क्या हर किसी को GBS हो सकता है?

❌ नहीं, यह जरूरी नहीं कि हर किसी को GBS हो।
✔ GBS केवल दुर्लभ मामलों में ही विकसित होता है और यह पूरी तरह व्यक्ति की इम्यूनिटी पर निर्भर करता है।
✔ यदि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है और आप स्वच्छता का ध्यान रखते हैं, तो Campylobacter संक्रमण के बावजूद GBS का खतरा बहुत कम होता है।
✔ घबराने की कोई जरूरत नहीं है, बल्कि हमें सही जानकारी और सावधानियां अपनाने की आवश्यकता है।

 मुर्गी और राजनीति

मुर्गी और अंडों को लेकर हमेशा से चर्चा होती रही है, चाहे वह आम लोगों के बीच हो या राजनेताओं के बीच। यदि कोई बड़ा नेता चिकन या अंडों पर बयान देता है, तो लोग इस पर गंभीरता से विचार करने लगते हैं।

✔ लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि Campylobacter बैक्टीरिया सिर्फ चिकन में ही नहीं, बल्कि मटन, दूध और अन्य खाद्य पदार्थों में भी मौजूद हो सकता है।
✔ यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केवल चिकन और अंडों को लेकर चर्चा होती है, जबकि अन्य दूषित खाद्य पदार्थों पर कोई ध्यान नहीं देता।

कैसे बचें?

✅ चिकन, मटन, दूध और सभी खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह धोकर और सही तापमान पर पकाकर खाएं।
✅ स्वच्छता बनाए रखें और अधपका भोजन न करें।
✅ अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संतुलित आहार लें, जिसमें अंडे और चिकन एक सस्ता और उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन स्रोत हो सकता है।

निष्कर्ष:

GBS एक दुर्लभ बीमारी है जो वायरस से नहीं, बल्कि ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया से होती है।

Campylobacter jejuni एक संभावित कारण हो सकता है, लेकिन यह चिकन तक सीमित नहीं है।
अगर चिकन, मटन, दूध और अन्य खाद्य पदार्थों को सही तरीके से पकाया जाए, तो संक्रमण का खतरा समाप्त हो जाता है।
इम्यूनिटी मजबूत हो तो GBS का खतरा और भी कम हो जाता है।
स्वस्थ रहने के लिए सही जानकारी जरूरी है, न कि अफवाहों पर ध्यान देना।

🙏🏻 अपने दोस्तों और परिवार को यह जानकारी दें ताकि वे भी जागरूक रहें। 🙏🏻

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