Ticker

6/recent/ticker-posts

हिंसाचार के बाद नागपुर का बाजार बंद, पोल्ट्री व्यवसाय को करोड़ों का नुकसान


नागपुर: (रिपोर्ट: ललित लांजेवार)
 मंगलवार को नागपुर के महाल इलाके में औरंगजेब की मजार को लेकर भड़के हिंसक विवाद के बाद पूरे शहर में बुधवार से सुरक्षा कारणों से बाजार बंद रहे। इस बंदी का सीधा असर शहर के व्यापारी वर्ग और आम नागरिकों पर पड़ा। खासतौर पर पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

शहर के महाल, चिटणीस पार्क, भालदारपुरा, हंसापुरी, इतवारी, गांधीबाग, सीए रोड, इमामवाड़ा जैसे मुख्य बाजार बंद रहने के कारण व्यापारियों को लगभग 400 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। रोजाना दिहाड़ी मजदूरी पर काम करने वाले हजारों लोगों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
 मुर्गी दाना के लिये संपर्क करे : 9175937925
पोल्ट्री उद्योग को तगड़ा झटका
हिंसाचार का पोल्ट्री उद्योग पर भी गहरा असर पड़ा है। मंगलवार, बुधवार और शुक्रवार को आमतौर पर चिकन और पोल्ट्री उत्पादों की भारी बिक्री होती है, लेकिन बाजार बंद होने के कारण पिछले चार दिनों में पोल्ट्री सेक्टर में कारोबार लगभग ठप हो गया।

मुर्गी दाना के लिये संपर्क करे : 9175937925

नागपुर में हर दिन करीब 40000 ब्रॉयलर मुर्गीयों की बिक्री होती है, जिसकी कुल कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये होती है। इसी तरह 40,000 कॉकरेल बर्ड्स बिक्री के लिए तैयार थे, लेकिन बाजार बंद होने के कारण फार्मर्स को अतिरिक्त फीडिंग कॉस्ट उठानी पड़ी। इससे फार्मर्स को करीब 60 लाख रुपये का सीधा नुकसान हुआ है।
मुर्गी दाना के लिये संपर्क करे : 9175937925

बर्ड फ्लू के बाद फिर संकट
हाल ही में बर्ड फ्लू के कारण पोल्ट्री फार्मर्स को भारी नुकसान हुआ था। उस समय ब्रॉयलर कोंबडी के दाम ₹60-65 प्रति किलो तक गिर गए थे, जो अब धीरे-धीरे बढ़कर ₹100 प्रति किलो तक पहुंचे थे। लेकिन अब ताजा हिंसक घटनाओं के कारण एक बार फिर बाजार में अस्थिरता आ गई है.

कॉकरेल कोंबडी के रेट भी गिरकर ₹110-125 प्रति किलो तक आ गए हैं। जिन पोल्ट्री फार्मर्स को बीते दो महीने में नुकसान झेलना पड़ा, उनके लिए यह नई चुनौती बनकर आई है।
डेली वेज मजदूरों पर संकट
चिकन विक्रेता, पोल्ट्री फार्मर्स और ट्रेडर्स के अलावा डेली वेज पर काम करने वाले लोग भी प्रभावित हुए हैं। कई लोगों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। नागपुर की बाजारों में रोजाना करोड़ों के लेन-देन होते थे, जो बीते चार दिनों में पूरी तरह से ठप हो गए।

इस बीच कई पोल्ट्री किसान भाइयों ने व्यापारियों को फोन किया .लेकीन व्यापारियों बताया कि मंडी बंद होने के कारण वे लिफ्टिंग नहीं कर सकते। कई व्यापारी इस मौके का फायदा उठाकर मुर्गियां बहुत कम दामों पर खरीदने की कोशिश करने का आरोप नागपूर के कुछ व्यापारीयो पे लग रहा हैं।

 इससे व्यापारियों और पोल्ट्री फार्मर के बीच खाई पैदा हो रही है। कुछ व्यापारी नागपूर मे मुर्गीयाा होने के बाबजूद भी नागपूर के बाहर के फार्मर को बहला फूसला कर कम दाम मे कॉकरेल खरेदी कर रहे है। साथ ही मे नागपूर मे कॉकरेल की कम दाम मे विक्री कर रहे है। 
मुर्गी दाना के लिये संपर्क करे : 9175937925
अब आगे क्या?
अब जब गर्मी का मौसम शुरू हो गया है, पोल्ट्री फार्मर्स के सामने बर्ड्स की देखभाल और फीडिंग कॉस्ट जैसी चुनौतियां बढ़ सकती हैं। ऐसे में यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में बाजार की स्थिति कब तक सामान्य हो पाती है और पोल्ट्री उद्योग को हुए नुकसान की भरपाई कैसे होगी।
Share This

Post a Comment

0 Comments