Ticker

6/recent/ticker-posts

एवियन इन्फ्लुएंजा पर उच्च स्तरीय बैठक जल्द, बहादुर अली ने की केंद्रीय मंत्री एस.पी. सिंह बघेल से मुलाकात

नई दिल्ली/ललित लांजेवार:
ऑल इंडिया पोल्ट्री ब्रीडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री बहादुर अली ने आज केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन राज्य मंत्री, प्रोफेसर एस.पी. सिंह बघेल जी से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात के दौरान श्री बहादुर अली ने माननीय मंत्री को देश के विभिन्न हिस्सों में फैल रहे एवियन इन्फ्लुएंजा (HPAI) के मामलों के बारे में अवगत कराया, जिससे देशभर के पोल्ट्री किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
          टीकाकरण की अनुमति देने की                          पुरज़ोर वकालत
श्री बहादुर अली ने बताया कि देश के पोल्ट्री फार्मर्स बायो-सिक्योरिटी प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन कर रहे हैं, फिर भी HPAI के फैलाव पर नियंत्रण पाना मुश्किल साबित हो रहा है। उन्होंने मंत्री महोदय से आग्रह किया कि पोल्ट्री सेक्टर को इस संकट से बचाने हेतु हाईली पैथोजेनिक एवियन इन्फ्लुएंजा (HPAI) के खिलाफ टीकाकरण की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि इस कदम से केवल पोल्ट्री उद्योग ही नहीं, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकती है।

पोल्ट्री उद्योग की सामाजिक-आर्थिक भूमिका पर बल
श्री बहादुर अली ने यह भी बताया कि पोल्ट्री उद्योग न केवल ग्रामीण रोजगार का बड़ा स्रोत है, बल्कि यह सस्ता प्रोटीन उपलब्ध कराने वाला एक प्रमुख क्षेत्र भी है। देश के लाखों छोटे एवं मध्यम किसान इस उद्योग से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। HPAI जैसे संक्रमण से उनकी आजीविका को गहरा खतरा उत्पन्न होता है, जिसे गंभीरता से समझने की आवश्यकता है।

जल्द होगी सभी हितधारकों की बैठक – मंत्री का आश्वासन
मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने  बातों को गंभीरता से सुना और उन्हें आश्वस्त किया कि मंत्रालय इस समस्या के समाधान हेतु गंभीरता से कार्य कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही मंत्रालय सभी प्रमुख पोल्ट्री हितधारकों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करेगा, जिसमें टीकाकरण सहित दीर्घकालिक समाधान की रणनीति तैयार की जाएगी।
पोल्ट्री सेक्टर के लिए उम्मीद की नई किरण
इस बैठक से पोल्ट्री किसानों में एक नई उम्मीद जागी है, क्योंकि पहली बार केंद्र सरकार के स्तर पर HPAI के टीकाकरण को लेकर गंभीर चर्चा हुई है। यदि यह कदम उठाया गया, तो यह भारत के पोल्ट्री उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हो सकता है, जिससे भविष्य में किसानों को ऐसे संकटों से बचाया जा सकेगा।
Report:Lalit Lanjewar. 

Share This

Post a Comment

0 Comments